Not known Facts About Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana



स्कूलों के लिए आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यक्रम

नहीं, आप तपाक से मना कर देंगे क्योंकि आपको तो ये सब सोचकर ही डर लगता है. तो मतलब आप डर गए तो सुरक्षित बच गए, नहीं तो ऐसा करने में जान भी जा सकती थी.

याद रहे इस दुनिया में हर कोई बस अपना रोल निभाने ही आया है. हम खुद भी अकेले आये थे और अकेले ही जाना है, फिर डर कैसा यार.

अपने परिवार को खोने के बाद भी उन्होंने डर को हराकर भारत के महानतम धावकों में नाम कमाया।

जिसके बारे में सोच सोचकर हमारा मन परेशान होता रहता है और दिल धक् धक् करता रहता है. मान लीजिये आपका किसी के साथ झगडा हो गया है.

उसने तो सदा बस उलटे सीधे ही काम किये हैं. इस प्रकार की सोच उसके मष्तिष्क में एक तरह का भय पैदा करती है की अब आगे जब कोई संकट आएगा तो भगवान् भी मेरी मदद नहीं करेंगे. धीरे धीरे ये डर गहरा होता चला जाता है.

यहाँ हमारे कहने का मतलब ये नहीं है की आप शेर के सामने जाकर खड़े हो जाइए. हम ये कहना चाहते हैं की जिस तरह की परिस्थितयों से आपको डर लगता है, जहाँ जाने से आपको डर लगता है, जो काम करने से आपको डर लगता है, जिसके सामने जाने से आपको डर लगता है,वहां जाना शुरू कीजिये.

ध्यान और माइंडफुलनेस हमें अपने विचारों और भावनाओं को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। यह डर के पीछे की असल वजहों को उजागर करता है।

डर को नियंत्रित और खत्म किया जा सकता है

स्ट्रेस से उबरने का आपका अपना क्विक फॉर्मूला क्या है?

तो अपने दिल से किसी भी प्रकार के डर को भगाने के लिए खुद को मजबूत बनाना होगा.

मानवीय अनुभवों में यदि हम डर के संकेतों को ढूंढने जाएं तो यह शारिरिक संकेतों से भी गहन दिखलाई पड़ता है क्योंकि यहां डर के कुछ ऐसे भी प्रकार हैं जो बहुत घातक है –

अपने छोटे लक्ष्य पूरे करें – रोज़ाना की जीतें आपको मजबूत बनाती हैं।

आप को थोड़ा website भय होना एक सहज बात है। जिस प्रकार भोजन में थोड़े नमक की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार आदर्शपूर्ण जीवन व्यतीत करने के लिए जीवन में थोड़ा भय होना आवश्यक है। कल्पना करें कि यदि किसी भी व्यक्ति को किसी भी बात का भय न हो, तो क्या होगा?

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